Monday, October 12, 2015

सेना का 'मिशन-ओलंपिक'

जनरल दलबीर सिंह कमांडरर्स कांफ्रेंस में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ

भारतीय सेना अब सरहदों की रक्षा करने के साथ साथ ओलंपिक में पदक जीतने का लक्ष्य भी रखेगी। इस बारे में आज सेना की सबसे बड़ी सभा, कमांडरर्स कांफ्रेंस में फैसला लिया गया। इस सम्मलेन की अध्यक्षता खुद थलसेना प्रमुख, जनरल दलबीर सिंह ने की।

        सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि आज शुरू हुई आर्मी कमांडरर्स कांफ्रेंस में इस बात की समीक्षा खास तौर से की गई कि सेना के खिलाड़ियों की अगले साल रियो (ब्राजील) में होने वाले ओलंपिक की तैयारी कैसी चल रही है। इसके लिए जनरल दलबीर सिंह ने सेना में गठित की गई 'मिशन ओलंपिंक' विंग की तैयारियों का जायजा लिया। 

सेना का शूटर, जीतू राय
        सूत्रों के मुताबिक, सेना अगले साल होने वाले ओलंपिक के लिए देश के लिए कम से कम तीन (03) पदक जीतने का लक्ष्य रख रही है। सेना के शूटर जीतू राय से सेना को पूरी उम्मीद है कि वो ओलंपिक में देश के लिए मेडल जरूर जीतकर लायेगा। जीतू राय ने काॅम्नवेल्थ और एशियाड में पदक जीतकर भारत की उम्मीदें काफी बढ़ा दी हैं।

       सेना के प्रवक्ता के मुताबिक आज हुई कमांडरर्स कांफ्रेंस में माउंटन स्ट्राइक कोर के गठन की समीक्षा के साथ-साथ एयर डिफेंस, आर्टेलरी, एंटी टैंक मिसाइल, बीएमपी टैंकों, गोला-बारूद के भंड़ार पर भी चर्चा हुई। साथ ही सेना प्रमुख ने गोपनीय जानकारी लीक ना होने और साइबर सिक्योरिटी के लिए खास कदम उठाने पर जोर दिया। 16 अक्टूबर तक चलने वाले इस सम्मलेन में एक पूरा दिन सेना के ऑपरेशन विंग, डीजीएमओ के लिए रखा गया है।

         मंगलवार से वायुसेना की कमांडरर्स कांफ्रेंस भी शुरू होगी (13-16 अक्टूबर), जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर करेंगे।

        गौरतलब है कि इस साल का साझा कमांडरर्स कांफ्रेंस (तीनो सेनाओं का) बिहार चुनाव के चलते टल गया है। 10 अक्टूबर से कोच्चि के करीब अरब सागर में आईएनएस विराट पर होने वाला सम्मलेन अब नबंबर में होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यस्त रहने और बिहार चुनाव के चलते ये फैसला लिया गया है। साझा कांफ्रेंस की अध्यक्षता पीएम करते हैं।

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