Saturday, June 25, 2016

चीनी सीमा पर तैनात होंगी अमेरिकी तोपें

रक्षा मंत्रालय ने आज थलसेना के लिए अमेरिका से 145 अल्ट्रा लाइट होवित्ज़र तोपें खरीदने का रास्ता साफ कर दिया है. सेना की नई माउंटन स्ट्राइक कोर के लिए खरीदी जाने वाली इन तोपों की कीमत 750 मिलयन डाॅलर है.

रक्षा मंत्रालय की अपेक्स कमेटी, रक्षा खरीद परिषद (डिफेंस एक्युजेशन कमेटी यानि डीएसी) ने आज इस सौदे को हरी झंडी दी. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका से एम-777 तोपें सीधे फाॅरेन मिलेट्री सेल्स (एफएमएस) रूट से आयात की जायेंगी.

इन तोपों में कुछ को सीधे आयात किया जायेगा और बाकी को भारत मे ही एसेम्बल किया जायेगा.

जानकारी के मुताबिक, चीन की बढ़ती ताकत को देखते हुए ही सेना की बंगाल के पानागढ़ में नई माउंटेन स्ट्राइक कोर तैयार की जा रही है. उसी को देखते हुए हल्की तोपें अमेरिका से खरीदी जा रहीं हैं. इन तोपों को चीनी सीमा पर तैनात किया जायेगा. ये तोपें इतनी हल्की हैं कि हेलीकाॅप्टर से पैरा-ड्राॅप तक किया जा सकता है.

अल्ट्रा लाइट होवित्जर के साथ-साथ रक्षा खरीद परिषद ने आज स्वदेशी 'धनुष' तोपों के निर्माण पर संतोष जताया. साथ ही इस महीने के अंत तक 03 धनुष तोपें सेना को इस्तेमाल करने की क्लीयरंस दी गई है. अगली 03 तोपें सितंबर तक देने के लिए कहा गया है. इसके अलावा 18 तोपें के निर्माण का रास्ता भी खोल दिया गया है.

डीएसी ने आज करीब 28 हजार करोड़ रूपये के सौदों और प्रोजेक्टस को हरी झंडी दी. इसमें नौसेना के लिए 13600 करोड़ के 06 मिसाइल शिप खरीदना भी शामिल है.

डीएसी की अध्यक्षता रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने की. बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख सहित रक्षा राज्यमंत्री और रक्षा सचिव भी मौजूद थे.

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