Saturday, May 11, 2019

भारत को अमेरिका से मिला 'अपाचे' अटैक हेलीकॉप्टर


भारतीय वायुसेना को अपना पहला 'अपाचे' लड़ाकू हेलीकॉप्टर मिल गया है. अमेरिकी शहर एरिजोना में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में इंडियन एयरफोर्स के अधिकारकियों ने इसे वायुसेना में शामिल किया. इस हेलीकॉप्टर का निर्माण बोइंग कंपनी ने किया है. बता दें कि भारत ने सितंबर 2015 में 22 अपाचे हेलीकॉप्टर की डील अमेरिकी सरकार से की थी.

अपाचे-गार्जियन हेलीकॉप्टर दुश्मनों पर सटीक निशाने के साथ हमला करने में भी समर्थ है. इसकी मदद से ग्राउंड पर क्या हो रहा है इसकी फोटोग्राफी भी की जा सकती है, जो युद्ध के मैदान से सबूत उठाने का काम भी बखूबी कर सकता है। गौरतलब है कि बालाकोट एयर-स्ट्राइक के दौरान मिराज फाइटर जेट्स टारगेट की फोटो लेने में नाकाम रहे थे, जिसके चलते पाकिस्तान हमले में किसी बड़े नुकसान को नकारता रहा.

 एएच-64 ई (आई) हेलीकॉप्टर की पहली खेप, जिसमें 09 हेलीकॉप्टर होंगे, समुद्री मार्ग के जरिए जुलाई के महीने में भारत लाई जाएगी. अगले 13 हेलीकॉप्टर भी 2020 तक आने की उम्मीद है।  इस हेलीकॉप्टर की ट्रैनिंग के लिए भारतीय वायुसेना के कुछ चुने हुए अधिकारियों को अलबामा स्थित यूएस आर्मी बेस में ट्रेनिंग दी गई है. अपाचे हेलीकॉप्टर की पहली यूनिट पाकिस्तान की सीमा के करीब पठानकोट में तैनात की जायेगी।‌ एक यूनिट असम के जोरहाट में होगी.

इस हेलीकॉप्टर के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से इसकी शक्ति बढ़ेगी और आधुनिक हेलीकॉप्टर से यह लैस होगी. इस हेलीकॉप्टर की सबसे खास बात ये है कि पहाड़ी इलाकों में यह फौलादी इरादे के साथ आसमान में चक्कर लगा सकता है. इसे भारतीय वायुसेना की जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है.

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